Sanskrit vvi subjective question class 10th
- 1. ‘नितिश्लोका:’ पाठ के आधार पर “मुढ्चेता नराधम” के लक्षणों को लिखे ?
उत्तर – नीच मनुष्य का अभिप्राय: निम्न जाती में जन्म लेने वाले से नही है | सत्य और असत्य कर्मो में संलग्न रहने वाला मनुष्य की श्रेणी में नही आता है | जो बिना बुलाए किसी सभा में प्रवेश करता है ,बिना पूछे हुए कुछ बोलता है ,नही विश्वास करने वालो पर भी अधिक विश्वास करता है, ऐसा व्यक्ति ही नीच के श्रेणी में आता है |
- 2. महान लोग संसाररूपी सागर को कैसे पर करते है ?
उत्तर – श्वेताश्वर उपनिषद में ज्ञानी लोग को अज्ञानी लोग में अंतर स्पस्ट करते हुए महर्षि वेदव्यास कहते है कि अज्ञानी लोग अंधकार स्वरूप और ज्ञानी लोग प्रकाश स्वरूप है | महान लोग इसे समझकर मृत्यु को पर कर जाते है , क्योकि संसार रूपी सागर को पर करने का इससे बढ़कर और कोई रास्ता नही है |
- 3. “शास्त्रकारा:” पाठ में वर्णित वैज्ञानिक शास्त्रों पर प्रकाश डाले ?
उत्तर – प्राचीन भारत में विज्ञान की विभिन्न शाखाओ के शास्त्रों की स्थापना हुई है | आयुर्वेद में चरक संहिता ,सुश्रुत के संहिता के शास्त्रकार नाम से ही प्रसिद्ध है | वाही रशायण विज्ञान और भौतिक विज्ञान अंतर्भूत है | ज्योतिष शास्त्र में खगोल विज्ञान , गणित आदि है | आर्यभट का ग्रन्थ आर्यभटियम वराहमिहिर का वृहत संहिता विशाल ग्रन्थ है , जहा अनेक विषय समन्वित है | कृषि विज्ञान पराशर के द्वारा रचा गया है | प्राचीन भारत का गौरव सर्वथा समृद्ध है |
- 4. महात्मा बुद्ध के अनुशार वैर की शांति कैसे संभव है
उत्तर – महात्मा बुद्ध के अनुशार वैर की शांति निर्वैर ,करुना v मैत्री भाव से ही संभव हो सकती है |
- 5. वेदांग संख्या में कितने है ?
उत्तर – वेदांग शास्त्र छ: है | वे शिक्षा, कल्प, व्याकरण, निरुक्त, छंद, और ज्योतिष है | शिक्षा उच्चारण प्रक्रिया का ज्ञान करती है | कल्प सूत्रात्मक कर्मकांड ग्रन्थ है | व्याकरण वर्ण , शब्द वाक्य आदि का अध्ययन करता है | निरुक्त का कार्य वेद के अर्थ का बोध करना है | छंद सूत्र ग्रन्थ है | ज्योतिष वेदांग ज्योतिष ग्रन्थ है
- 6. स्वामी दयानंद की शिक्षा-व्यवस्था का वर्णन करे ?
उत्तर – स्वामी दयानंद अपनी शिक्षा से अभिप्रेरित होकर समाज में नई शिक्षा प्रणाली को प्रोत्साहित किया | वैदिक साहित्य के साथ – साथ पाश्चात्य वैज्ञानिक शिक्षा को आवश्यक मानते हुए नई व्यवस्था आरम्भ की | उन्होंने अपनी शिक्षा में स्त्री शिक्षा छुआ-छूत ,बल विवाह और कर्म कांड का निषेध किया |
- 7. भारत महिमा पाठ के आधार पर भारतीय मूल्यों की विशेषता पर प्रकाश डाले ?
उत्तर – भारत का प्राकृतिक सौन्दर्य स्वर्ग सा है | यह देवताओं ,ऋषियों एव महापुरोषों की अवतरण भूमि है \ इसकी महिमा का वर्णन विष्णुपुराण एव भागवत पुराण में देखने को मिलता है | भूमि पर अवतरित होने वाला मनुष्य निश्चय ही धन्य है | हमारी भारत भूमि विशाल, राम्य् रूपा और कल्याण प्रद है | अत्यंत सोभनिय और संसार का गौरव भारत हम सबो के द्वारा सदैव पूजनीय है | यह जाति,धर्म के भेदों को भुलाकर एकता एवं सहिष्णुता का पाठ पढ़ाया जाता है | हम भारतीय सदैव कहते है वसुधैव कुटुम्बकम अर्थात सम्पूर्ण पृथ्वी ही हमारा सम्पूर्ण संसार है |
- 7. दामोदर गुप्त ने पटना के सम्बन्ध में क्या लिखा है ?
उत्तर – कवि दामोदर गुप्त के अनुसार पाटलिपुत्र (पटना) महानगर पृथ्वी पर बसे नगरो में श्रेष्ठ है | यहाँ सरस्वती के वंशज यानि विद्वान् लोग बसते है | कवि ने इस महानगर की तुलना इंद्र की भरी पूरी नागरी से की है
- 8. पटना में कौमोदी महोत्सव कब मनाया जाता था ?
उत्तर – पाटलिपुत्र में शरद काल में कौमोदी महोत्सव बड़ी धूम-धाम से मनाया जाता था | सभी नगरवासी आनंदमगन हो जाते थे | इस समारोह का विशेष प्रचलन गुप्त वंश शासन काल में था | आज कल जिस तरह दुर्गा पूजा मनाया जाता है , उसी प्रकार प्राचीनकाल में कौमोदी महोत्सव मनाया जाता था |
- 9. नीतिश्लोका: पाठ के आधार पर मुर्ख का लक्षण लिखे
उत्तर – मुर्ख ह्रदय वाला अधम मनुष्य बिना बुलाए भीतर चला आता है , बिना पूछे ही बहुत बोलता है तथा अविश्वसनीय पुरुष पर भी विश्वास करता है