विधुत धारा के चुम्बकीय प्रभाव | science vvi subjective question 2021 | class 10th science important question 2021

10th Science Question

प्रश्न 1. विद्युत चुंबक द्वारा उत्पन्न चुंबकीय क्षेत्र की प्रावित किन-किन । बातों पर निर्भर करती है?

उत्तर-विद्युत चुंबक द्वारा उत्पन्न चुंबकीय क्षेत्र की शक्ति उसमें से प्रवाहित विद्युत धारा की शक्ति, तार के लपेटों की संख्या पर तथा क्रोड की धातु पर निर्भर करती है। जितनी अधिक शक्ति की विद्युत धारा प्रवाहित की जाती है उतना ही अधिक प्रबल चुंबकीय क्षेत्र उत्पन्न होता है। यदि प्रवाहित धारा का मान समान रहे तो चुंबकीय क्षेत्र की शक्ति क्रोड पर तार के लपेटों की संख्या पर निर्भर करती है जितनी अधिक लपेटें बढ़ाई जाती हैं उतना चुंबकीय क्षेत्र अधिक प्रबल हो जाता है।
यदि उपरोक्त दोनों ही बातें समान रहें तब चुंबकीय क्षेत्र की शक्ति क्रोड को बदलकर भी बढ़ाई जा सकती है। नर्म लोहे के क्रोड की शक्ति स्टील क्रोड की अपेक्षा अधिक होती है |


प्रश्न 2.फ्लेमिंग का वामहस्त नियम लिखिए। 

उत्तर-अपने वामहस्त के अंगूठे, चुंबकीय क्षेत्र तर्जनी के मध्य अंगुली को इस प्रकार चुंबकीय क्षेत्र
फैलाएँ कि वे परस्पर समकोण बनाएँ। बल (गति) बल (गति) तर्जनी चुंबकीय क्षेत्र को निर्दिष्ट करेगी। विद्युत धारा मध्य अंगुली धारा के प्रवाह की दिशा को बताएगी और अंगूठा चालक की विद्युत् धारा दिशा को प्रभावित करेगा।


प्रश्न 3. किसी विद्युत परिपथ में लघुपथन से आप क्या समझते हैं ?अथवा, लघुपंथन से आप क्या समझते हैं?

उत्तर-यदि किसी प्रकार धनात्मक तथा ऋणात्मक तार सम्पर्क में आ जाते हैं, तो विद्युत, परिपथ में प्रतिरोध लगभग नगण्य हो जाता है और परिपथ में धारा अत्यधिक गर्म हो जाता है और इससे आग भी लग सकती है। इससे होने वाली क्षति से बचने के लिए परिपथ में फ्यूज का प्रयोग अवश्य किया जाता है।


प्रश्न 4. विद्युत शॉक से क्या अभिप्राय है?

उत्तर-जब हमारे शरीर का कोई अंग बिजली की नंगी तार से छू जाता है, तो हमारे शरीर और पृथ्वी के बीच विभवांतर पैदा हो जाता है, जिससे हमे एक धक्का लगता है। इसे विद्युत शॉक कहते हैं।


प्रश्न 5. विद्युत चुंबक के उपयोग लिखिए ?

उत्तर-विद्युत चुंबक बहुत उपयोगी होता है। इसके कुछ प्रमुख गुण निम्नलिखित है-

(i) इसे विद्युत उपकरणों में प्रयुक्त किया जाता है। बिजली की घंटी, पंखों, रेडियो, कंप्यूटरों आदि में इनका प्रयोग किया जाता है।

(ii)  विद्युत मोटरों और जनरेटरों के निर्माण में यह प्रयुक्त होते हैं।

(iii) इस्पात की छड़ों को चुंबक बनाने के लिए इनका प्रयोग होता है।

(iv) चुंबकीय पदार्थों को उठाने में इनका प्रयोग होता है।

iv) चट्टानों को तोड़ने में इनका प्रयोग किया जाता है।

(vi) अयस्कों में से चुंबकीय और अचुंबकीय पदार्थों को अलग करने के लिए इनका प्रयोग होता है।


प्रश्न 6. विद्युत मोटर में विभक्त वलय क्यों लगाया जाता है?

उत्तर-विद्युत मोटर में विभक्त वलय दिक्परिवर्तक का कार्य करता है। यह परिपथ में विद्युत धारा के प्रवाह को उत्क्रमित करने में सहायता देता है। विद्युत धारा के उत्क्रमित होने पर दोनों भुजाओं पर आरोपित बलों की दिशाएँ भी उत्क्रमित हो जाती हैं। इस प्रकार कुंडली की पहली भुजा जो पहले नीचे की ओर धकेली गयी थी अब ऊपर की तरफ धकेली जाती है तथा कुंडली की दूसरी भुजा जो पहले ऊपर की ओर धकेली गयी अब नीचे की ओर धकेली जाती है। इसलिए कुंडली तथा धुरी उसी दिशा में अब आधा घूर्णन और पूरा कर लेती हैं। प्रत्येक आधे घूर्णन के पश्चात् विद्युत धारा के उत्क्रमित होने का क्रम दोहराता रहता है जिसके कारण कुंडली और धुरी का लगातार घूर्णन होता रहता है।


प्रश्न 7. विद्युत चुंबकीय प्रेरण किसे कहते हैं ? कुंडली में उत्पन्न प्रेरित विद्युत धारा अधिकतम कब होती है ?

वह प्रक्रम जिसके द्वारा किसी चालक के परिवर्ती चुंबकीय क्षेत्र के. कारण किसी अन्य चालक में विद्युत धारा प्रेरित करती है। इसे विद्युत चुंबकीय प्रेरण कहा जाता है। इसे किसी कुंडली में प्रेरित विद्युतधारा या तो उसे किसी चुंबकीय क्षेत्र में गति कराकर अथवा उसके चारों ओर के चुंबकीय क्षेत्र को परिवर्तित करके उत्पन्न कर सकते हैं। चुंबकीय क्षेत्र में कुंडली को गति प्रदान कराकर प्रेरित विद्युतधारा उत्पन्न करना अधिक सुविधाजनक होता है। जब कुंडली की गति की दिशा चुंबकीय क्षेत्र की दिशा के लंबवत् होती है, तब कुंडली में उत्पन्न प्रेरित विद्युत धारा अधिकतम होती है।


प्रश्न 8. घरेलू विद्युत परिपथों में अतिभारण से बचाव के लिए क्या सावधानी बरतनी चाहिए?

उत्तर-घरेलू विद्युत परिपथों में अतिभारण से बचाव के लिए निम्न सावधानी बरतनी चाहिए-

(i)  एक ही सॉकेट से बहुत-से विद्युत साधित्रों को संयोजित नहीं करना चाहिए।

(ii) विद्युत परिपथ में उपयुक्त तारें विद्युतरोधनयुक्त होनी चाहिए।


प्रश्न 9. फ्यूज क्यों लगाया जाता है ?

उत्तर- फ्यूज यह सीसे और टिन से बनी मिश्रधातु का कम गलनांक वाला एक पतला तार होता है जो विद्युत परिपथ में शॉर्ट सर्किट होने वाली हानि से हमें लाभ विद्युत परिपथ में शॉर्ट सर्किट होने पर वह स्वयं पिघल जाता है जिससे तारों तथा विद्युत उपकरणों को कोई हानि नहीं पहुँचती । फ्यूज को चीनी मिट्टी के बने एक खोल में रखते हैं। इसको फ्यूज कैरियर कहते हैं।


प्रश्न 10. दो चुंबकीय क्षेत्र रेखाएँ एक-दूसरे को प्रतिच्छेद क्यों नहीं करतीं?

उत्तर-चुंबकीय सूई सदा एक ही दिशा की ओर संकेत करती है। यदि दो चुंबकीय क्षेत्र रेखाएँ एक-दूसरे को प्रतिच्छेद करें तो इसका अर्थ होगा कि प्रतिच्छेद बिंदु पर चुंबकीय क्षेत्र की दो दिशाएँ हैं और दिक्सूची ने दो दिशाओं की ओर संकेत किया है जो संभव नहीं है। इसलिए चुंबकीय क्षेत्र रेखाएँ एक-दूसरे को कभी प्रतिच्छेद नहीं करतीं।


 प्रश्न 11. किसी विद्युत धारावाही वृत्ताकार पाश के कारण चुंबकीय क्षेत्र कैसा होता है ? उसकी विशेषताएँ लिखिए।

उत्तर- किसी विद्युत धारावाही चालक के कारण उत्पन्न चुंबकीय क्षेत्र सदा उससे दूरी के व्युत्क्रम पर निर्भर करता है। इसी प्रकार किसी विद्युत धारावाही पाश के प्रत्येक बिन्दु पर उसके चारों ओर उत्पन्न चुंबकीय क्षेत्र को प्रकट करने वाले संकेंद्री वृत्तों का आकार तार से दूर जाने पर लगातार बड़ा होता जाता है। जब वृत्ताकार पाश के केंद्र पर पहुँचते हैं, इन वृहत वृत्तों के चाप सरल रेखाओं जैसे लगने लगते हैं। विद्युत धारावाही तार के प्रत्येक बिंदु से उत्पन्न चुंबकीय क्षेत्र रेखाएँ पाश के केंद्र पर सरल रेखा जैसी लगने लगती हैं। विद्युत धारावाही तार के प्रत्येक बिंदु से उत्पन्न चुंबकीय क्षेत्र रेखाएँ पाश के केन्द्र पर सरल रेखा जैसा ही प्रतीत होती हैं। तार का हर हिस्सा चुंबकीय क्षेत्र रेखाओं में योगदान देता है और पाश के भीतर सभी चित्र विद्युत धारावाही पाश के कारण चुंबकीय क्षेत्र रेखाएँ एक ही दिशा में होती हैं उत्पन्न चुबकीय क्षेत्र रेखाएँ


[12].चुम्बक किसे कहते है ?

उतर –वैसे पदार्थ जो इस्पात ,लोहा और निकेल को अपनी ओर खिचे | उसे चुम्बक कहते है |चुम्बक की यह खूबी होती है की ,यदि उसे धागा से बांध कर लाका दिया जाय तो उसका एक-एक सिरा उतर –दक्षिण दिशा की ओर आ कर रुक जाती है |


[13].स्थाई चुम्बक और विधुत चुम्बक में अंतर लिखे ?

उतर –स्थाई चुम्बक और विधुत चुम्बक में निम्नलिखित अंतर है |

(i)विधुत चुम्बक एक अस्थाई चुम्बक है |जबकि छड चुम्बक एक स्थाई चुम्बक है |

(ii)विधुत चुम्बक प्रबल चुम्बकीये बल लगा सकता है | जबकि अस्थाई चुम्बक का आकर्षण बल कमजोर होता है |

(iii)विधुत चुम्बक की सकती फेरो की संख्या पर निर्भर करती है |जबकि अस्थाई चुम्बक की शक्ति निश्चित रहती है |


[14]. चुम्बकीय फ्लक्स क्या है इसका si मात्रक लिखे ?

उतर –समतल सतह पर चुम्बकीय क्षेत्र के अभिलम्बवत तथा सतह के क्षेत्र के गुणनफल को चुम्बकीय फलक्स कहते है |इसका si मात्रक वेवर होता है |जिसे फाई के द्वारा निरुपित किया जाता है |


[15].चुम्बकीय तथा अचुम्बकीय पदार्थ क्या है ?

उतर –चुम्बकीय पदार्थ -वैसे पदार्थ जो चुम्बक की ओर आकर्षित होते है उसे चुम्बकीय पदार्थ कहते है  जैसे- निकेल ,कोबाल्ट ,लोहा इत्यादि

अचुम्बकीय पदार्थ –वैसे पदार्थ जो चुम्बक की ओर आकर्षित नहीं होते है उसे अचुम्बकीय पदार्थ कहते है | जैसे –पलास्टिक ,रबर .कागज इत्यादि

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