[1]. अम्ल और क्षार में अंतर स्पस्ट करे ?
उत्तर – अम्ल और क्षार में प्रमुख अंतर निम्न्लिखित है :
(1) अम्ल स्वाद में खट्टा होता है जबकि क्षार स्वाद में तीखा होता है
(2) अम्ल नील लिटमस पात्र को लाल को लाल कर देता है जबकि क्षार लाल लिटमस पात्र को नीला कर देता है
(3) अम्ल जल में घुलकर हाइड्रोजन आयन देता है जबकि क्षार जल में घुलकर हाईड्रा आक्साइड आयन देता है
(4) अम्ल क्षार को उदासीन कर देता है जबकि क्षार अम्ल को उदासीन कर देता है
(5) अम्ल मेथिल औरेंज को लाल कर देता है जबकि क्षार मेथिल औरेंज को पिला कर देता है
[2]. PH स्केल क्या है ?
उत्तर – ph स्केल एक ऐसा स्केल है जिसके द्वारा किसी विलियन की अम्लीयता , क्षारीयता और उदासीनता मापी जाती है | इसका अविष्कार hp सोरेंस महोदय ने किया जिसपर 1 से 14 तक अंक अंकित रहते है | जब विलियन का ph मन 7 से अधिक हो तो वह अम्लीय होता है 7 से अधिक होने प् क्षारीय और 7 होने पर उदासीन होता है किसी विलियन का ph मान –log[h+] होता है
3. अम्ल क्षार तथा लवन क्या है ?
उत्तर – अम्ल – अम्ल वह पदार्थ है जिसका जलीय विलियन नीले लिटमस पत्र को लाल कर देता है तथा स्वाद में खट्टा होता है और धातु से अभिक्रिया कर हाइड्रोजन आयन देता है | जैसे:- H2SO4 , HCL HNO3 इत्यादि
क्षार – क्षार वह पदार्थ है जो लाला लिटमस पत्र को नीला कर देता है जिसका जलीय विलियन स्वाद में तीखा होता है और धातु से अभिक्रिया कर हाईड्रा आक्साइड आयन देता है जैसे :- nacl , koh , naoh , mgoh इत्यादि
लवन – लवन वैसे रशायनिक यौगिक है जो किसी अम्ल के हाइड्रोजन के विस्थापित करने से बनता है जैसे:- nacl , kcl caso4 इत्यादि
4. संक्षारण क्या है इसे कैसे रोका जा सकता है ?
उत्तर – किसी धातु का अन्य धातु या यौगिक से अभिक्रिया कर अवांछित रूप में परिवर्तित होना संक्षारण कहलाता है जैसे लोहे में जंग लगना , सिल्वर सल्फाइड का बनना , ताम्बे पर हरे रंग का परत बनना |
धातुओ को संक्षारण से बनने के लिए उसे मिश्र धातु में परिवर्तीत कर देना चाहिय या उसके सतह पर जस्ता या सोना चाँदी की परत चढ़ा देना चाहिए |
5. विकृत गंधिता क्या है ?
उत्तर – वसा एवं तेल से निर्मित पदार्थ में उपचयन क्रिया द्वारा अरुचिक गंध एवं स्वाद उत्पन्न होना विकृत गंधिता कहलाता है | खादपदार्थ को विकृत गंधिता से बचाने के लिए खाद पदार्थो को रेफ्रिजरेटर BHA अथवा BHI का उपयोग किया जाता है |
6. अम्ल का जलीय विलियन विधुत का चलन क्यों करता है ?
उत्तर – अम्ल जल में घुलकर हाइड्रोजन आयनों में टूट जाता है जिसके कारण ही अम्ल का जलीय विलियन विधुत का सुचालक हो जाता है |
प्रश्न 7 . विरंजक चूर्ण के क्या-क्या महत्त्वपूर्ण उपयोग हैं ?
उत्तर-विरंजक चूर्ण के निम्न महत्वपूर्ण उपयोग है-
(i) इसे सूती कपड़े, लिनन और लकड़ी के गुदे में उड़ाने के लिए प्रयुक्त किया जाता है
(ii) पीने योग्य पानी से हानिकारक जीवाणुओं के नाश के लिए इसका प्रयोग किया जाता है
(iii) क्लोरोफॉर्म बनाने में प्रयुक्त होता है।
(iv) न सिकुड़ने वाली ऊन का इसकी सहायता से निर्माण किया जाता है।
(v) प्रयोगशाला और उद्योगों में ऑक्सीकारक का कार्य करता है।
प्रश्न 8. अम्लों के सामान्य गुण बताएँ।
उत्तर-अम्लों के सामान्य गुण- इनका स्वाद खट्टा होता है।
(i) ये नीले लिटमस को लाल कर देते हैं
(ii) इनका घोल साबुन के घोल की तरह चिकना नहीं होता।
(iv) ये धातुओं के साथ क्रिया करके हाइड्रोजन गैस बनाते हैं।
(v) ये कार्बोनेट के साथ क्रिया करके कार्बन डाइऑक्साइड उत्पन्न करते हैं।
(vi) अम्ल, क्षारकों से क्रिया करके लवण और पानी बनाते हैं।
प्रश्न 9. अम्लों की हमारे जीवन में हानियाँ लिखिए।
उत्तर-अम्लों की हमारे जीवन में हानियाँ-
(i) ये सजीव कोशिकाओं को नष्ट करते हैं।
(ii) सांद अम्ल त्वचा और कोमल अंगों को गंभीर क्षति पहुँचाते हैं।
(iii) कुछ खाद्य पदार्थों को खराब कर देते हैं।
प्रश्न 10. क्षारकों के सामान्य गुण लिखें।
उत्तर- क्षारकों के सामान्य गुण निम्न हैं-
(I) इनका स्वाद कड़वा होता है।
(ii) ये साबुन जैसे चिकने होते हैं तथा त्वचा को क्षति पहुँचाते हैं।
(iii) ये लाल लिटमस को नीला कर देते हैं।
(iv) ये हल्दी के रंग को भूरा लाल कर देते हैं।
(v) ये अम्लों के साथ क्रिया करके लवण तथा पानी बनाते हैं।
(vi.ये फिनालपथेलिन के घोल को गुलाबी कर देते हैं।
प्रश्न 11. धोने का सोडा तथा बेकिंग सोडे के दो-दो प्रमुख उपयोग बताइए।
धोवन सोडे के उपयोग
(i) जल की स्थायी कठोरता को दूर करने के लिए
(ii) काँच, साबुन, पेपर तथा बोरॉक्स, कॉस्टिक सोडा इत्यादि अनेक महत्त्वपूर्ण यौगिकों के उत्पादन के लिए
बेकिंग सोडे के उपयोग
(i) एन्टैसिड का एक संघटक क्षारीय होने के कारण अम्ल के आधिक्य को उदासीन करता है।
(ii) यह खाद्य एवं पेय पदार्थों के योज्य पदार्थ के रूप में बेकिंग चूर्ण में सोडियम हाइड्रोजन कार्बोनेट एवं टार्टरिक अम्ल या इस जैसा एक अम्ल होता है। जब बेकिंग चूर्ण को गर्म करते हैं तो इसमें विद्यमान सोडियम हाइड्रोजन कार्बोनेट विखंडित होकर, कार्बन डाइऑक्साइड एवं सोडियम कार्बोनेट प्रदान करता है। कार्बन डाइऑक्साइड बाध्य करके ब्रेड एवं केक फूल जाते हैं।
प्रश्न 12. प्लास्टर ऑफ पेरिस का आण्विक सूत्र लिखें। इसका उपयोग क्या है?
उत्तर प्लास्टर ऑफ पेरिस का रासायनिक नाम कैल्सियम सल्फेट हेमी हाइड्रेट है तथा इसका आण्विक सूत्र CaSO4 1/2 H2O है।
प्लास्टर ऑफ पेरिस का उपयोग
(i) इसे साँचे, खिलौने, सिरेमिक बर्तन आदि बनाने में प्रयुक्त किया जा
(ii) सजावटी सामान, मूर्तियाँ आदि इससे बनाए जाते हैं।
(iii) अस्पतालों में अस्थि विभाग और दंत विभाग के द्वारा इसका पयान किया जाता है। यह टूटी हुई हड्डियों को जोड़ने के लिए प्रयुत्र जाता है और टूटे हुए दाँतों के स्थान पर नकली दाँत लगाने के साँग बनाए जाते हैं।
(iv) भवनों की दीवारों और छतों को समतल करने और उन पर डिजान बनने के लिए इसका प्रयोग किया जाता है।
(V) अग्निशमन संबंधी सामग्री इससे तैयार की जाती है।
(vi) प्रयोगशालाओं में गैसों का रिसाव इससे रोका जाता है।