1. ऊष्मा शोषी अभिक्रिया क्या है ?
उत्तर – वैसी रासायनिक अभिक्रिया जिसमे अभिक्रिया के समय ऊष्मा का अवशोषण होता है उसे ऊष्मा शोषी अभिक्रिया कहते है |
2. अभिक्रियाशील समूह क्या है ?
उत्तर – किसी भी कार्बनिक यौगिको में उपस्थित वह समूह जिसपर उस यौगिक के रासायनिक गुण निर्भर करते है उसे अभिक्रियाशील समूह कहते है | जैसे सभी अल्कोहल में अभिक्रियाशील समूह OH रहता है | जिसपर उसके गुण निर्भर करते है |
[3]. सोडियम और पोटेशियम को किरोसिन तेल में डूबकर रखा जाता है क्यों ?
उत्तर – सोडियम और पोटेशियम कमरे के सामान्य ताप पर ही जलने लगता है दूसरी ओर सोडियम और पोटेशियम किरोसिन तेल में विलय होता है और नहीं कोई अभिक्रिया करता है यही कारण है की सोडियम और पोटेशियम को किरोसिन तेल में डूबकर रखा जाता है
[4]. संक्षारण क्या है ?
उत्तर – धातुओ का संक्षारण वह प्रक्रिया है जिसमे क्रियाशील धातु नमी युक्त हवा से अभिक्रिया कर अवांछित पदार्थो का निर्माण करता है | यह एक आक्सीकरण अवकरण अभिक्रिया है
[5]. संक्षारण रोकने के उपाय बतावे ?
उत्तर – संक्षारण रोकने के प्रमुख उपाय निम्नलिखित है :
(1) धातु की सतह पर पेंट करना चाहिय
(2) धातु की सतह पर एलुमिनियम या जस्ता की परत चढ़ा देना चाहिय
(3) धातुओ की मिश्र धातु में परिवर्तित कर देनी चाहिय
(4) धातुओ की सतह पर ग्रीस या वार्निस की परत चढ़ा देनी चाहिय
[6]. ज्वाला क्या है ?
उत्तर- ज्वाला वह क्षेत्र है जिसमे कोई गैसीय पदार्थ जलता है उसे ज्वाला कहते है | कोई ठोस द्रव इंधन भी ज्वाला के साथ जल सकता है
[7]. श्वसन एक मंद दहन है कैसे ?
उत्तर – श्वसन में ली गई आक्सीजन कोशिकाओ में संचित ग्लूकोज के अनुओ का आक्सीकरण करता है जिसके फलस्वरूप मंद गति से ऊष्मा उत्पन्न होती है यही कारण है की श्वसन को मंद दहन कहा जाता है
[8]. प्रतिस्थापन अभिक्रिया क्या है ?
उत्तर – वैसी रशायनिक अभिक्रिया जिसमे अधिक क्रियाशील धातु किसी यौगिक के लवन विलियन से कम अभिक्रियाशील धातु को प्रतिस्थापित कर नए यौगिक का निर्माण करता है उदहारण – fe + cuso4 – feso4 + cu
[9]. अभिकारक और उत्पाद किसे कहते है ?
उत्तर – अभिक्रिया में भाग लेने वाले पदार्थ को अभिकारक कहते है | तथा अभिक्रिया के फलस्वरूप बने पदार्थ को उत्पाद कहते है उदहारण के लिय :- 2mg + o2 = 2mgo
[10]. रशायनिक अभिक्रिया किसे कहते है ?
उत्तर – जब कोई भी पदार्थ अकेले या अन्य पदार्थो के साथ अभिक्रिया करके नए पदार्थो का निर्माण करते है जिसके मूल गुण अभिकारक के मूल गुण से बिलकुल भिन्न होते है उसे राशयनिक अभिक्रिया कहते है जैसे :- caco3 – cuo + co2 , h2 + cl2 – 2hcl
[11]. क्या कारण है की दियासलाही तिनके को जला देती है किंतु लकड़ी के गुटके को नही ?
उत्तर – तिनके का ज्वलन ताप काफी निम्न होता है जिसे दिया सलाही से ज्वलन ताप की प्राप्ति हो जाता है और वह जलने लगता है | जबकि के गुटके का ज्वलन ताप काफी उच्च है | जिसे दिया सलाही से ज्वलन ताप की प्राप्ति नही नही होती है | यही कारण है की दियासलाही तिनके को जला देती है किन्तु गुटके को नही
प्रश्न 12. निम्न पदों का वर्णन करें तथा प्रत्येक का एक-एक उदाहरण दें: (a) संक्षारण (b) विकृतगंधिता। संक्षारण क्या है? संक्षारण रोकने के उपाय बताइए।
उत्तर-a) संक्षारण लोहे की बनी हुई वस्तुएँ चमकीली होती हैं लेकिन कुछ समय पश्चात् उन पर लालिमायुक्त भूरे रंग की परत चढ़ जाती है। आमतौर पर इस प्रक्रिया को लोहे पर जंग लगना कहते हैं। कुछ अन्य धातुओं में भी ऐसा ही परिवर्तन होता है। जब कोई धातु अपने आसपास अम्ल, नमी आदि के संपर्क में आती है तब ये संक्षारित होती हैं और इस प्रक्रिया को संक्षारण कहते हैं। चाँदी के ऊपर काली पर्त और ताँबे के ऊपर हरी पर्त चढ़ना, संक्षारण के उदाहरण हैं।
संक्षारण के कारण कार के ढांचे, पुल, जहाज तथा धातु विशेषकर लोहे से बनी वस्तुओं की बहुत क्षति होती है।
(b) विकृतगंधिता वसायुक्त अथवा तैलीय खाद्य सामग्री जब लंबे समय तक रखा जाता है तब उसका स्वाद या गंध में परिवर्तन आ जाता है। उपचयित होने पर तेल और वसा विकृत गंधी हो जाते हैं तथा उनके स्वाद तथा गंध बदल जाते हैं। वायुरोधी बर्तनों में खाद्य सामग्री रखने से उपचयन की गति धीमी हो जाती है क्या आप जानते हैं कि चिप्स बनाने वाले चिप्स की थैली को नाइट्रोजन जैसे गैस से युक्त कर देते हैं ताकि चिप्स का उपचयन न हो सके और उन्हें देर तक संरक्षित रखा जा सके।
प्रश्न 13. लोहे की वस्तुओं को हम क्यों पेंट करते हैं ?
उत्तर-पेंट करने से लोहे के पदार्थ का ऊपरी भाग छुप जाता है। वह वायु के साथ सीधे संपर्क में नहीं आता है जिसके कारण उसमें जंग नहीं लगता। इसलिए पेंट करने से हम लोहे के उस पदार्थ को जंग लगने से बचा सकते हैं
प्रश्न 14. संतुलित रासायनिक समीकरण क्या है? रासायनिक समीकरण को संतुलित करना क्यों आवश्यक है? अथवा, संतुलित रासायनिक समीकरण क्या है? उदाहरण दें
उत्तर-संतुलित रासायनिक समीकरण वह है जिसमें अभिकारकों और उत्पादों में विभिन्न तत्त्वों के परमाणुओं की संख्या समान होती है। रासायनिक अभिक्रियाओं में द्रव्यमान के संरक्षण के नियम को संतुष्ट करने के लिए रासायनिक समीकरण संतुलित होनी चाहिए।
प्रश्न 15. रासायनिक समीकरणों को अधिक जानकारी देने वाला कैसे बनाया जा सकता है?
उत्तर-रासायनिक अभिक्रियाओं को तीन तरीकों से जानकारी देनेवाला बनाया जा सकता है
(i) अभिकारकों और उत्पादों की भौतिक अवस्थाओं को दर्शाकर
(ii) अभिक्रिया में ‘ऊप्मा परिवर्तनों’ को दर्शाकर
(iii) अभिक्रिया होने वाली ‘परिस्थितियों’ को दर्शाकर
प्रश्न 6. वायु में जलाने से पहले मैग्नीशियम रिबन को साफ क्यों किया जाता है?
उत्तर—यदि मैग्नीशियम रिबन नम वायु के संपर्क में रहता है तो उस पर सफेद रंग की मैग्नीशियम ऑक्साइड की पर्त जम जाती है, यह पर्त मैग्नीशियम के जलने में अवरोध पैदा करती है। इसलिए मैग्नीशियम रिबन को पहले रेगमार से साफ किया जाता है।