[1]. मानव में लिंग निर्धारण कैसे होता है ?
उत्तर- मानव में 23 जोड़ा क्रोमोसोम होते है | जिसमे 22 जोड़े क्रोमोसोम एक समान होते है | और 23वा जोड़ा लिंग क्रोमोसोम कहलाता है | जो दो प्रकार के होते है | XY नर में XY तथा मादा में XX क्रोमोसोम होते है | जब नर का X क्रोमोसोम मादा के X क्रोमोसोम से संयोग करता है तो पुत्री का जन्म होता है | किन्तु जब नर का Y क्रोमोसोम मादा के X क्रोमोसोम से संयोग करता है है तो पुत्र का जन्म होता है |
[7]. मनुष्य में स्वसन क्रिया का वर्णन करे ?
उत्तर – मनुष्य में श्वसन दो तरह से संपन होती है | पहला चरण में वायु से आक्सीजन नासिका द्वारा फेफड़े में पहुचती है जिसके दीवारों में स्थित रक्त कोशिकाओ के हेमोग्लोविन आक्सीजन से अभिक्रिया कर आक्सी हेमोग्लोविन बनाते है जो शारीर के सम्पूर्ण भाग तक पहुच जाते है | जहा वह पुनः टूटकर हेमोग्लोविन में बदल जाते है | आक्सीजन के फलस्वरूप बने co2 से अभिक्रिया कर कर्बोक्सी हेमोग्लोविन बनता है | जो फेफड़े के कोशिकाओ में पहुचकर नाशिका से बहार निकल जाता है | यह श्वसन का दूसरा चरण है
[8]. परिवहन क्या है ?
उत्तर – उपयोगी पदार्थो को शारीर के विभिन्न भागो तक पहुचने और अनुपयोगी पदार्थो का कोशिकाओ से निकलकर गन्ताग्य स्थान तक पहुचने की क्रिया को परिवहन कहते है
[9]. जाईलम और फ्लोयम में अंतर स्पस्ट करे ?
उत्तर – जाईलम और फ्लोयम में प्रमुख अंतर निम्न्लिखित है ?
I. जाईलम की कोशिका मृत होती है जबकि फ्लोयम की कोशिका जीवित होती है
II.जाईलम द्वारा खनिज लवन और जल का परिवहन होता है हबकी फ्लोयम द्वारा खाद पदार्थो का परिवहन होता है
III.जाईलम द्वारा परिवहन निचे से ऊपर की ओर होता है जबकि फ्लोयम द्वारा परिवह उपर से निचे की ओर होता है
[10]. धमनी और सिरा में अंतर स्पस्ट करे ?
उत्तर – धमनी और सिरा में प्रमुख अंतर निम्न्लिखित है :-
I.धमनी की भित्ति मोती होती है जबकि सिरा की भित्ति पतली होती है
II.द्वारा द्वारा सुद्ध रक्त का प्रवाह होता है जबकि धमनी द्वारा असुध रक्त का प्रवाह होता है
[11]. वाष्पउत्सर्जन क्या है ? इसके महत्त्व बतावे ?
उत्तर – पौधे के वायवीय भागो से जल का वाष्प के रूप में निष्कासन की क्रिया को वाष्प उत्सर्जन कहा जाता है | एक पौधा अपने जीवन कल में अपने भाग के 100 गुना जल का वाष्पीकरण करते है |
महत्त्व :- (a) वाष्प उत्सर्जन द्वारा पौधों में जल एवं खनिज लवन का परिवहन होता है
(b) वाष्प उत्सर्जन के द्वारा ताप संतुलन बना रहता है
[12]. नेफ्रान का सचित्र वर्णन करे ?
उत्तर – प्रत्येक वृक्क में 10 हजार नेफ्रान होते है | जिसमे गेल्मेरुलस नामक कोशिका गुच्छ पाया जाता है | इसके अतिरिक्त बोमेन सम्पुट नेफ्रान जालिकाए अभिवाही धमनी और अपवाही धमनी होते है | अभिवाही धमनी का व्यास अपवाही धमनी से अधिक होता है | जिसके कारण उच्च दाब के अधीन रक्त छनता है जिसमे प्रोटीन और खनिज लवन छान लिए जाते है | किंतु ग्लूकोज यूरिया और यूरिक अम्ल को नही छान पता है | जो बोमेन कैप्शुल में जमा हो जाता है | इस क्रिया को निश्यन्दन कहते है जब छनित द्रव नेफ्रान के जालिका से होकर गुजरती है तो ग्लिकोज रक्त नालिकय्र द्वारा अवशोषित नही होता है | जो मुत्र्नाली द्वारा मुत्रसय में जमा हो जाता है और समय – समय पर बहार निकल दिए जाते है
[13]. मधुमेह की रोगी को इन्सुलिन हार्मोन देकर चिकित्सा की जाती है क्यों ?
उत्तर – इन्सुलिन का स्राव अगनाशय ग्रंथि से होता है | जो रक्त में उपस्थित चीनी की मात्र को नियंत्रित करता है जब किसी कारण वश इन्सुलिन का स्राव कम या नही हो पाता है तो रक्त में चीनी की मात्रा बढ़ जाता है जिससे अनेक प्रकार के रोग उत्पन्न होने लगते है | अतः रोगी को इन्सुलिन का हार्मोन दी जाती है ताकि रक्त में चीनी की मात्रा को नियंत्रित किया जा सके
[14]. यदि किसी रोगी का गुर्दा ख़राब हो जाये तो डॉक्टर उसका इलाज कैसे करेगा ?
उत्तर – किसी रोगी का गुर्दा ख़राब होने पर डॉक्टर हेमोडैलेसिस द्वारा रक्त में उपस्थित उत्सर्जी पदार्थ को अलग करता है | किंतु दोनों गुर्दा कम करना बंद कर देता है तो किसी डोनर से गुर्दा लेकर प्रत्यारोपित कर देता है या कृत्रिम गुर्दा लगा देता है
[15]. अनेक्षिक क्रिया और प्रत्यावर्ती क्रिया में अंतर स्पस्ट करे?
I. उत्तर – जो क्रिया बिना इक्षा के स्वतः होती है उसे अनेक्षिक क्रिया कहते है | जबकि अचानक अधिपन के प्रति अनुक्रिया जो मस्तिस्क से नियंत्रित नही होता है उसे प्रत्यावर्ती क्रिया कहते है
II.अनेक्षिक क्रिया मस्तिस्क से नियंत्रित नही होती है जबकि प्रत्यावर्ती क्रिया अचानक होती है
[16]. प्रकाशानुवर्तन क्या है ?
उत्तर – पौधो के सूर्य के प्रकाश की ओर गति को प्रकाशानुवर्तन कहते है | यह गति शीर्ष भाग और पतियों में स्पस्ट रूप में देखने को मिलती है
[17]. मस्तिस्क के कार्य लिखे ?
उत्तर – मस्तिस्क के प्रमुख कार्य निम्न्लिखित है ?
I.आवेगों को ग्रहण करना
II.ग्रहण किए आवेगों के बिच सहबंधन स्थापित करना
III. गरहन किए गए आवेगों के बिच अनुक्रिया करना
IV. शारीरिक क्रियाओ का नियंत्रण स्थापित करना
V. मस्तिस्क क्रियाओ को संगणित करना
[18]. जनन क्या है ? ये कितने प्रकार के होते है ?
उत्तर – जिस प्रक्रम द्वारा जिव अपनी संख्या में वृद्धि करते है उसे जनन कहते है | जनन द्वारा जिव का संतुलन बना रहता है और वे विलुप्त नही होते है
[19]. DNA का प्रकृति प्रजनन में क्या मतत्व है ?
I. उत्तर – DNA प्रकृति बनाने से विभिनताये उतपन्न होती है और विभिन्नताए से जैव विकाश होता है
II. DNA प्रकृति बनाने में कोशिका विभाजन होता है जो प्रजनन के लिए आवश्यक है
[20]. निषेचन क्या है ? और ये कितने प्रकार के होते है ?
उत्तर – नर एवं मादा युग्मंजो के संलग्न होने की क्रिया को निषेचन कहते है | निषेचन दो प्रकार के होते है
- अन्तः निषेचन
- बाहय निषेचन
[21]. अनुवांशिकी क्या है ?
उत्तर – विज्ञानम की वह शाखा जिसमे सजीवो की लक्षणों की अनुवांशिकता उसके कारण एवं क्रिया विधि का अध्ययन किया जाता है उसे अनुवांशिकता कहते है | अनुवांशिकी के जनक जौन ग्रेगर मेंडल है
[22]. समजात अंग किसे कहते है ?
उत्तर – जीवो में पाए जाने वाले वैसे अंग जिनकी उत्पति एवं संरचना एक समान होते है | किंतु वातावरण के अनुसार भिन्न-भिन्न कार्यो का संपादन करते है | उसे समजत अंग कहा जाता है जैसे मनुष्य के हाथ औए घोड़े के अग्रपाद और पक्षी के अंग समजत अंग है