matric hindi vvi subjective question class 10th | class 10th hindi vvi question for board exam 2021

class 10th hindi
  1. hindi vvi subjecive question 2020 class 10th
  2. 1. सातकोडी होता ने अपनी कहानी का शीर्षक ढहते विश्वास क्यों रखा ?

उत्तर – रचना भाव का मुख्य द्वार शीर्षक होता है | शीर्षक रचना की गुरुता एवं व्यापकता को प्रिलाक्ष्यित करती है | शीर्षक का चयन मुख्यत: घटना पात्र घटना स्थल उदेश्य एवं मुख्य विचार विन्दु के आधार पर करता है | विद्वानों के अनुसार शीर्षक की सफलता औचित्य एवं मुख्य विचार , सार्थकता ,उसकी लघुता एवं भाव व्यंजना पर निर्भर करती है | आलोच्य कहानी का शीर्षक इस कहानी के मुख्य चरित्र से जुदा हुआ है | पूरी कहानी पर लक्ष्मी का व्यकित्व और कृतित्व छाया हुआ है | म्हणत करने वाली लक्ष्मी पति से दूर रहकर अपना भरण पोषण कर लेती है | पति द्वारा भेजी गई राशि से उसका घर खर्च नही चलता है | अतः वह तहसीलदार साहब के घर में आकर पाने बेटा बेटी का पालन पोषण करती है | उस गाव में बढ़ आने के भय से लक्ष्मी एवं उसके गाव के लोगो का जैसे आत्म विश्वास खो जाता है , सायद लेखक का मन भी बैठ गया | अत: उपर्युक्त दृष्टान्तो से स्पस्ट होता है की प्रस्तुत कहानी का शीर्षक सार्थक और समीचीन है

  1. 2. बड़े डॉक्टर के आदेश के बावजूद पप्पाती अस्पताल में भर्ती क्यों नही हो पाती ?

उत्तर – अस्पताल में कर्मचारी खानापूर्ति करने में व्यस्त रहते है | उनके ह्रदय में मानवता सहिस्नुता का भाव नही रहता है | गरीब तबके के लोगो पर उनका कोई ध्यान नही रहता है | हर कर्मचारी अपना कम दुसरे पर सौप देते है | बेड खाली होने का बहाना बनाकर पप्पाती को शुबह लेन के लिय कहा जाता है | अस्पताल प्रशाशन के लापरवाही के कारण ही पप्पाती अस्पताल में भर्ती नही हो पाती है |

  1. 3. पंडित बिरजू महाराज अपना सबसे बड़ा जज अपनी माँ को क्यों मानते थे ?

उत्तर – बिरजू महराज अपना सबसे बड़ा जज अपनी माँ को मानते थे | जब कभी वे नाच देखती थी तो बिरजू महराज पूछते थे की गलत तो नही कर रहा हु | माँ कहती थी की नही बेटा तुम तो अपनी पिता की तस्वीर हो | बैठने,उठने.बोलने,नृत्य करने का सारा कुछ पिता का ही है इस प्रकार बिरजू महाराज की माँ बराबर जज के रूप में निर्णय देकर बेटे को प्रोत्साहित करती थी |

 

  1. 4. सन्तु मछली लेकर क्यों भागा ?

उत्तर – सन्तु मछली लेकर कुए में डालने लिय भगा ताकि मछली जिन्दा होकर बड़ी हो जाए

 

  1. 5. गाँधी जी के अनुसार शिक्षा का जरुरी अंग क्या होना चाहिय ?

उत्तर – बालक जीवन संग्राम में प्रेम से घृणा को जितना सिखे, सत्य से असत्य को पराजित करने की कला से परिचित हो तथा अहिंसा से हिंसा पर विजय पाने का बल अपने भीतर पैदा कर सके

 

  1. 6. जातिवाद के पोषक उसके पक्ष में क्या तर्क देते है ?

उतर – जातिवादियो का कहना है की आधुनिक सभ्य समाज में कार्य – कुशलता के लिय श्रम विभाजन आवश्यक है | श्रम विभाजन जाती प्रथा का ही दूसरा रूप है | हिन्दू धर्म पेशा परिवर्तन की अनुमति नही देता है  परम्परागत पेशो में व्यक्ति दक्ष हो जाता है और वह अपना कार्य सफलतापूर्वक संपन्न करता है |

 

  1. 7. वाणी कब विष के समान हो जाती है ?

उत्तर – जब वाणी बाह्य आडम्बर से संपन्न होकर राम-नाम को त्याग देती है तब वह विष के समान हो जाती है | राम-नाम के अतिरिक्त उच्चारित ध्वनी कम – क्रोध ,मंद- लोभ आदि से परिपूर्ण होती है

 

  1. 8. कवि गरीब की वस्तुओ का क्यों उल्लेख करता है ?

उत्तर – ग़ालिब अपना जीवन चक्र अजीबोगरीब की तरह यापन करता है | अभावो के बिच भी वह मिथ्या बड़पन्न धोने की चेष्टा करता है | पर्व त्योव्हार अतिथि आगमन पर वह अपने सामर्थ्य से अधिक खर्च करता है अभुक्छित: किम न करोति पापं – के आधार पर वह क्रित्रित करने से भी नही हिचकता है |

 

  1. 9. बहादुर अपने घर से क्यों भाग गया था ?

उत्तर – बहादुर के पिता जीवित नही थे , उनकी माँ ही घर को चलती थी | जो स्वभाव से गुसैल होने के कारण बहादुर को भुत मरती पिट्टी थी | एक दिन जब उसने अपनी भैस के पिटे जाने के कारण बहादुर को भुत बेदर्दी से मारा पिता गया तो वह तंग आकर घर से बहार भाग निकला

 

  1. 10. लेखक क्यों पूछता है की मनुष्य किस ओर बढ़ रहा है पशुता की ओर या मनुष्यता की ओर ?

उत्तर – लेखाकाज के मनुष्य से यह पूछना चाह रहा है की वह किस ओर बढ़ रहा है – पशुता की ओर या मनुष्यता की ओर | नाख़ून क्यों बढ़ते है ? अबोध बालिका का यह प्रश्न मनुष्य जाति को कठघरे में खड़ा कर दिया है | अस्त्र शस्त्र की होड़ में लगा हुआ मानव आज पशुता की ओर बढ़ रहा है | यह हमारी पाशविक वृति का परिणाम है | यह मानव सभ्यता का संहारक रूप है | सृस्ती का विनाशक रूप है

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