CLASS 10TH SANSKRIT VVI SUBJECTIVE QUESTION 2020 | SANSKRIT IMPORTANT OBJECTIVE QUESTION FOR MATRIC EXAM 2020

class 10th sanskrit

class 10th Sanskrit vvi subjective question

  1. अलस कथा का क्या शिक्षा या संदेश है ?

उत्तर – अलसकथा का संदेश है कि आलस्य एक महान रोग है | आलसी का सहायक प्रायः कोई भी नही होता है | जीवन में विकास के लिए व्यक्ति का कर्मठ होना अत्यवश्यक है | आलस्य शरीर में रहने वाला महान शत्रु है जिससे अपना परिवार का और समाज का विनाश का अवश्य ही होता है | यदि जीवन में विकास की इच्छा रखते है तब आलस्य त्यागकर उधम को प्रेरित हों |

  1. रामप्रवेश की जीवन पर प्रकाश डाले ?

उत्तर – रामप्रवेश राम का जन्म बिहार राज्य अंतर्गत भीखन टोला नामक गाँव में हुआ था | वे पुस्तकालय में अनेक पुस्तको का अध्ययन किया करते थे | वे अध्ययन को क्षात्रो की पूजा मानते थे | अपने परिश्रम के परिणाम स्वरूप केन्द्रीय प्रशासनिक परीक्षा में सर्वोच्च स्थान प्राप्त कर वे सफल रहे |

  1. व्याघ्र पथिक कथा पाठ से हमें क्या शिक्षा मिलती है?

उत्तर – व्याघ्र पथिक कथा पाठ से हमें यह शिक्षा मिलती

है की मनुष्य को लोभ से आक्रुष्ट नही होना चाहिए तथा कदापि प्रलोभन के चक्कर में नही पड़ना चाहिए




  1. विश्वशांति पाठ का मुख्य उदेश्य क्या है ?

उत्तर – विश्वशांति पाठ का मुख्य उदेश्य यह है की शांति से ही विश्व का कल्याण होगा , द्वेष असिष्णुता , अविश्वास , असंतोष , स्वार्थी आदि अनेक अवगुणों के कारन इस समय संसार में अशांति है | शांति भारतीय दर्शन का मूल तत्व माना जाता है | इस पाठ का उदेश्य दया , परोपकार , मित्रता भाव से शांति स्थापित करना है

  1. भारत महिमा पाठ से हमें क्या संदेश मिलता है ?

उत्तर – भारत महिमा पाठ से हमें यह संदेश मिलता है की हमें भारतीय होने पर गर्व होना चाहिए | हम भारतीय को हरि की सेवा करने का अवसर प्राप्त हुआ है | साथ-ही साथ मोक्ष की प्राप्ति का का भी अवसर भी प्राप्त हुआ है | हमें सच्चा देश भक्त भी होना चाहिए और एनी भारतीय से मिलजुलकर एवम् प्रेम पूर्वक रहना चाहिए |

  1. कर्ण की दानवीरता का वर्णन करे ?

उत्तर- कर्ण की दानवीरता जगत प्रसिद्ध है | क्योकि उसने अभेद कवच और कुंडल भी इंद को दान में दे दिया | कर्ण जानता था की जब तक उसके पास कवच और कुंडल विधमान है , तब तक उसका कोई कुछ भी नही बिगाड़ सकता है | कर्ण को यह आभास हो गया की कृष्ण ने इंद्र के माध्यम से कवच और कुंडल माँगा है | कृष्ण चाहते थे की पांडवो की विजयी हो | यह जानते हुए भी कवच और कुंडल को दान किया | इसलिए उसकी दानवीरता विश्वप्रसिद्ध है |

  1. महात्मा बुद्ध के अनुसार वैर की शांति कैसे संभव है ?

उत्तर – महात्मा बुद्ध के अनुसार वैर की भावना को मित्रता , दया के द्वारा शांति संभव है |

  1. आलस कथा पाठ में धूर्तो की पहचान कैसे हुई ?

उत्तर – आलसी लोगो के सुख को देखकर धूर्त लोग भी छल से भोजन प्राप्त करने लगे | धूर्त लोगो की पहचान के लिए सोये हुए आलसियों के घर में आग लगा दी गई | धूर्त लोग घर में लगे आग को देखकर भाग जाते है |

  1. भगवान् बुद्ध के पाटलिपुत्र सम्बन्धी विचारो पर प्रकाश डाले ?

उत्तर – भगवान् बुद्ध ने पाटलिग्राम के बारे में कहा था की यह गाँव महानगर होगा | लेकिन यह नगर परस्पर लड़ाई , आग और बाढ़ के भय से सदैव पीड़ित होता रहेगा | कालांतर में पाटलिग्राम को ही पटना कहा जाने लगा | बुद्ध की कही गई यह बातें सत्य हो रही है |

  1. स्वामी दयानंद समाजसुधारक थे कैसे ? हिंदी में पांच वाक्यों में उत्तर दे ?

उत्तर – स्वामी दयानंद ने समाज की कुरीतियों को दूर कर सुधारात्मक कार्य किया | इन्होने जातिवाद की विषमताओ को हटाया | छुआ छुत की परम्परा को दूर किया गया | स्त्रियों की दुर्दशा को रोका | स्त्री शिक्षा को बढ़ावा दिया और विधवा स्थिति को सुधारा |

  1. संस्कृत साहित्य में महिलाओ के योगदान का वर्णन करे ?

उतर .सामाजिक रूपी गाड़ी पुरषों एवं स्त्रियों के द्वारा चलती है | संस्कृत साहित्य में प्राचीन काल से ही साहित्य समुदि में स्त्रियों की भूमिका सराहनीय है |वैदिक युग में मंत्रो के वाचक न केवल ऋषि अपितु ऋषिकाए भी है | यमी. अपाला. इन्द्राणी उर्वर्शी उर्वर्शी एवं मैत्रेयी स्त्रियों के मार्गदर्शन आज के जज वल्मान्य नक्षत्र के भांति विद्यमान है |                      

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